रामपुरा (जालौन):* जनपद में चंबल फाउंडेशन ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिन छठवां बाढ़ राहत चिकित्सा का शिविर का आयोजन हुकुमपुरा में किया। इस दौरान चिकित्सकों की टीम ने 201 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क दवाइयों का वितरण किया। इस दौरान डॉ. निधि ने बताया कि इस गांव में महिलाओं को स्वेत प्रदर की समस्या के साथ ही त्वचा रोगों की दिक्कत बहुतायत से देखने को मिली है, जो सम्भव है बाढ़ के पानी के संपर्क में आने से हुई है। डॉ. कमल कुमार कुशवाहा ने बताया कि इस गांव में बाढ़ के बाद जीवन दुष्कर है। हम लोग खुद मुश्किल हालातों में पहुंचे हैं, पीने के पानी की भी यहां दिक्कत है। ऐसे में लोगो के अंदर पानी की कमी के कारण किडनी से संबंधित समस्याएं अन्य क्षेत्रों के मुकाबले ज्यादा देखने को मिली। वायरल बुखार जुकाम से हर तीसरा आदमी ग्रसित है। ऐसे में लोगों को दूषित पानी से बचाव के साथ साथ लगातार रसोई में उपस्थित द्रव्यों से काढ़ा बनाकर पीने से स्वास्थ्य लाभ होगा।
चंबल फाउंडेशन के संयोजक शाह आलम ने बताया कि बाढ़ में फंसे क्षेत्र में शिविर बेहद जरूरी था। चिकित्सक और बाकी सहयोगी बाढ़ के बीच मुश्किल से यहां पहुंच पाए और जरूरतमंदों को दवाइयां वितरित की गईं। क्रांतिकारियों पर शोध करने वाले शाह आलम इस गांव की तीन नदियों के संगम पर पुल बनाये जाने की मांग का नेतृत्व भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गांव के लोगों के सहयोग से चिकित्सा सेवा का कार्य संभव हो सका है। इस दौरान चिकित्सीय दल के अतिरिक्त मास्टर विनोद सिंह गौतम, हरिराम, देवेंन्द्र सिंह, बाबूराम, हरिनारायण आदि मौजूद रहे।