बरिष्ठ अधिकारियो से रक्षा की गुहार मागते रहै फरियादी पॉच घायल तीन की हालत गम्मीर ..
अम्बाह। भीमसेन सिंह तोमर। ।… यह घटना अम्बाह थाने के खॉद का पुरा तुतवास का है यहा दबंग लोगो ने पीडिता की जमीन पर जबरन कब्जा करने के लिये टैक्टर चलबाया फरियादी के मना करने पर आरोपियो ने अबैध हथियारो से फायर कर लाठियो से हमला बोल दिया आरोपियो ने जैसे तैसे जान बचाकर पुलिस को
सूचना देकर पुलिस बुलाई पुलिस ने मौके का मुआयना देखकर एफआईआर तो दर्ज कर ली परन्तु आरोपियो ने पुलिस से सॉठ गॉठ कर आरोपियो के हौसले बुलंन्द होगये और पुलिस के बढावा से आरोपी पुलिस का सहारा पाकर निशंक होकर रास्ता रोकने व मारने पर आमादा होगये आये दिन रात में फाइरिग व गाली देकर बुलाना हमारे लिये भय का माहौल बनता गया तब हम आरोपियो ने आकर अम्बाह टीआई रबिन्द्र सिह को बिधिबत आबेदन व अबैध हथियार सहित फोटो देकर
अपने परिवार की रक्षा की गुहार मागी लेकिन अम्बाह टीआई ने अनसुना कर दिया कहा मेडम हमारे पास और भी काम है हम जाते है आरोपी भाग जाते है तब फरियादी अपनी गुहार लेकर अम्बाह एसडीओपी कार्यालय पहुची और बिधिबत अबैध हथियार के फोटो सहित आबेदन दिया और मेंने एसडीओपी साहब को फोन पर व मैसिज कर अपनी पीडा बताई परन्तु कोई सहारा न मिला हम फरियादियो ने अम्बाह टीआई को फोनकर परिबार की रक्षा की भीख मॉगी पर किसी का हदय नही पसीजा और आरोपियो के हौसले बुलंन्द होगये और कहने लगे कोई नही आपकी सुनने बाला गॉव छोडना पडेगा आपने एफआईआर कैसे करा दी और आरोपी हमारी रास्ता रोके हुऐ मारने को आमादा थे रात्रि को रोजाना फायर भयभीत कर भयभीत फरियादी को जानमाल का बहुत ही खतरा था परन्तु अपने परिबार की रक्षा की बात पर किसी पुलिस अधिकारी ने गौर नही किया परन्तु टीआई रबिन्द्र सिह व बीट प्रभारी के कानो पर तो जू तक नही रैगी रेगती भी क्यो सॉठ गॉठ पहले ही बिठा ली गयी आरोपी मुरैना पुलिस अधीक्षक कार्यालय के चक्कर लगाते रहै एसपी साहब तीन दिन आफिस में नही बैठे तब परेशान होकर आबेदन स्टैनो साहब को देकर एसपी साहब को फोन पर बताया साहब हमने 27 तारीख को एफआईआर कराई है आरोपी आये दिन अबैध हथियारो से रात्रि में फायर कर दहसत फैलारहै है अम्बाह पुलिस मिली हुई है साहब हमारा आपसे बिनम्र निबेदन है हमारे परिवार की रक्षा का प्रबंन्ध करे परन्तु एसपी साहब ने कहा में टीआई को बोलता हू परन्तु टीआई ने एसपी साहब की बात नकार दी और मेरी बात पर किसी बरिष्ठ अधिकारी ने गौर नही किया आरोपियो ने मोका पाकर मेरा भाई को जो अपने खेत पर फसल देखने जारहा था चारो तरफ से घेर कर लाठियो से हमला कर दिया हमें किसी ने सूचना दी कि तुम्हारे भाई का रास्ता घेर लिया है तो उसे बचाने हम लोग पहुचे थे तो आरौपी 20 लोग पहले से ही घात लगाकर तैयार थे जिन्हौने सभी पर कुल्हाडी, फरसा,बका व धारदार हथियारो से जान से मारने की नियति से हमला बोल दिया जिसमें सभी लोग बुरी तरह कटफट चुके थे खून बहने लगा मरणासन्न अबस्था में महिलाओ ने भी डण्डे मारे हमने तत्काल पुलिस व एसपी साहब को फोन सूचना दी तब कही
पुलिस पहुची तब अम्बाह अस्पताल में बैहोशी की हालात में सभी को पुलिस की गाडी में लाया गया जिसमे तीन लोगो के सिर व हाथ में गहरे घाव थे जिन्है तत्काल मुरैना रेफर कर दिया अम्बाह पुलिस ने 307 की कायमी न करते हुऐ नोरमल धारा लगाकर एफआईआर कर चलता कर दिया काश कोई बरिष्ठ अधिकारी हम आरोपियो की फरियाद पहले ही सुनलेते तो आज हमारे परिवार की मरणासन्न अबस्था की हालत में मौत से लडाई नही लड रहै होते हमारे चाचा व पिताजी व भाई मुरैना अस्पताल मे शिसकियॉ भर रहै जो यह श्रेय अम्बाह पुलिस को जारहा है मात्र चन्द रूपयो की खातिर पुलिस ने एक्सन लेने से मुह मोड लिया था आरोपी अभी शराब पीकर रात में धमकी देरहै है अभी भी मान जाओ पुलिस आपकी नही सुनने बाली है…