
अम्बाह – ईश्वर ने मनुष्य को रक्त निर्माण की अद्भुत क्षमता प्रदान की है। अतः मानव जीवन की रक्षा के लिए हम सभी की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि हम रक्तदान कर उन लोगों की मदद करें जिन्हें रक्त की आवश्यकता है। यह बात मध्य प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण समिति भोपाल एवं राष्ट्रीय सेवा योजना मध्यप्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा चलाए जा रहे स्वैच्छिक रक्तदान जागरूकता अभियान के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय ऑनलाइन वेबिनार में मुख्य वक्ता के रूप में जुड़ी डॉ प्रिया गुप्ता (मेडिकल ऑफिसर ब्लड बैंक जिला चिकित्सालय मुरैना) ने अपने व्याख्यान में कही। इस दौरान डॉ. गुप्ता ने स्वैच्छिक रक्तदान का महत्व ,आज के समय में इसकी आवश्यकता तथा रक्तदान से संबंधित समाज में फैली हुई विभिन्न भ्रांतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया रक्तदान से शरीर को कोई हानि नहीं बल्कि व्यक्ति मे कैंसर व हार्ट अटैक अन्य घातक बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। कोई भी स्वस्थ व्यक्ति जिसकी उम्र 18 से 45 वर्ष के बीच वह वजन 45 किलोग्राम से ऊपर हो तथा हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम प्रति डिसिलिटर हो, वह रक्तदान कर सकता है। सामान्य व्यक्ति के एक बार रक्तदान से तीन लोगों की जिंदगी बचाई जा सकती है। स्वस्थ पुरुष तीन महीने व महिला चार महीने में रक्तदान कर सकती हैं। इस जिला स्तरीय वेबिनार का आयोजन एनएसएस के जिला संगठक डॉ.शशिवल्लभ शर्मा द्वारा किया गया । जिसमें जिले की रा से यो इकाइयों के कार्यक्रम अधिकारी, रेड रिबन प्रभारी तथा रा से यो स्वयंसेवक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन पीजी कॉलेज अम्बाह की रासेयो प्रभारी नेहा श्रीवास्तव ने किया।