सैनिक सम्मान के साथ हुआ सुखबीर का अंतिम संस्कार, जम्मू कश्मीर में ड्यूटी के दौरान हुई थी मौत
अम्बाह। भीमसेन सिंह तोमर। । अम्बाह विधानसभा के अधीन ग्राम गोले की घड़ी निवासी हवलदार शहीद सुखबीर सिंह तोमर उम्र 40 वर्ष जो कि सेना में 57आरआर जम्मू कश्मीर के कुपवाडा में हवलदार के पद पर तैनात थे। वह बुधबार को पहाड़ी इलाके में सर्चिंग के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण उनकी छाती में दर्द होने लगा जिसके बाद हेलीकॉप्टर से उन्हें उपचार के लिए श्रीनगर लाया गया जहां डॉक्टर ने कुछ समय वेंटिलेटर पर रखने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। सेना के वाहन से जैसे ही पार्थिव शरीर उनके घर पहुचा तो शव को देखकर परिजनों सहित हर कोई बिलख-बिलख कर रोने लगा। 40 वर्षीय मृतक जवान अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ कर गए है। जिनमे उनकी पत्नी सहित 3 बेटियां एवं एक बेटा शामिल है। जहां बेटे-बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल था वही पत्नी की आंखों से भी आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे। परिजनों के अंतिम दर्शन में बाद गमहीन माहौल में जवान का अंतिम संस्कार पैतृक गांव गोले की घड़ी में किया गया। जहां पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और आसपास के लोग मौजूद थे इससे पूर्व सेना के जवानों द्वारा उनके पार्थिव शरीर को उनके गांव में सेना के जवानों द्वारा सम्मान पूर्वक लाया गया। इस मौके पर भूतपूर्व सैनिक ग्रुप अंबाह के द्वारा अमर शहीद को श्रद्धांजलि दी गई तथा 2 मिनट का मौन धारण किया गया। बुधवार से ही अमर शहीद के पार्थिव शरीर का परिजनों और ग्रामीणों को इंतजार था वैसे ही पार्थिव शरीर गांव में आया तो अमर शहीद के जयकारों से गांव गुंजायमान हो गया नम आंखों से परिजनों ने शहीद हवलदार को अंतिम विदाई दी शहीद के पुत्र ने जब पिता के शव को मुखाग्नि दी तो संपूर्ण वातावरण गंभीर हो गया। इस मौके पर शव के साथ आए सेना के जवानों ने अमर शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया और राष्ट्रीय गीत की धुन बजाई।