तहसीलदार के गेट पर जमा होकर परमिटों की मांग कर रहे हैं किसान।
सहकारी समितियों की अपनी मन मानी। थरा अम्बाह सहकारी समिति भी किसानों , सहकारी खाद गोदाम , कार्यालय पर परमिट न देकर, अपने घर से चला रहे हैं प्राथमिक सहकारी साख समिति
किसानोंको करना पड़ रहा है संघर्ष। ।
कैलारस /अम्बाह, मुरैना। विशेष संवाददाता भीमसेन सिंह तोमर। – खाद की किल्लत लगातार जारी है। स्थानीय प्रशासन द्वारा किसानों को परमिट दिए जाने के आश्वासन के बाद भी खाद के परमिट नहीं दिए जा रहे हैं। आक्रोशित किसानों ने तहसील पर प्रदर्शन कर खाद के परमिट उपलब्ध कराए जाने की मांग की। यह कार्यवाही संयुक्त किसान मोर्चा और मध्य प्रदेश के साथ सभा के तत्वावधान में की गई है। किसानों की मांग है कि किसानों को आधार कार्ड से दो बैग खाद के परमिट नहीं दिए जाए बल्कि जमीन के रकवा के हिसाब से भू अधिकार पुस्तिका के द्वारा जरूरत के हिसाब से खाद उपलब्ध कराई जाए। थोक व खेरीज विक्रेताओं द्वारा खाद की , की जारही काला बाजारी रोकी जाए। बाजार से सरकारी दर पर खाद उपलब्ध कराई जाए। आवश्यकता होने पर आवश्यक वस्तु अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई की जाए। मुरैना जिले में 24 मेट्रिक टन खाद की आवश्यकता है। उसके अनुरूप खाद की व्यवस्था की जाए। अव्यवस्था रोकने के लिए तहसील मुख्यालय पर वितरण केंद्र व परमिट जारी करने वाले केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 25 की जाए। उक्त ज्ञापन तहसीलदार को दिया गया है। तहसीलदार द्वारा शुक्रवार को परमिट देने का आश्वासन दिया था। जो किसानों को नहीं दिए गए हैं। ऐसे में किसान इकट्ठे होकर तहसीलदार की गेट पर बैठ कर के परमिट दिए जाने की मांग कर रहे हैं। कार्यवाही जारी है। इस कार्रवाई का नेतृत्व मध्य प्रदेश किसान सभा के वरिष्ठ नेता गयाराम सिंह धाकड़, डॉ राम कुमार श्रीवास, छात्र नेता राजवीर सिंह धाकड़ आदि कर रहे थे।