मुरैना । विशेष संवाददाता। भीमसेन सिंह तोमर – मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का मुरैना तहसील का सम्मेलन पीपल वाली माता स्थित सभागार में संपन्न हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ नेता रामनिवास शर्मा, सीमा दोनेरिया, हरीसिंह माहौर के अध्यक्ष मंडल द्वारा की गई।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश सचिव मंडल के सदस्य अशोक तिवारी ने कहा कि आज देश में मोदी सरकार द्वारा संविधान और लोकतंत्र को ही चोट पहुंचाई जा रही है। देश में संविधान और लोकतंत्र को बचाने के संग्राम में माकपा की अग्रिम पंक्ति में है। उन्होंने कहा कि हमें मिलकर देश में लोकतंत्र संविधान की रक्षा के संघर्ष के साथ साथ महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी ,अशिक्षा ,दलित उत्पीड़न के मुद्दों को लेकर जनता को लामबंद करते हुए संघर्षों को तेज करना है। एक ओर मोदी सरकार और प्रदेश की भाजपा सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को बेचने पर आमादा है। मुरैना जिले में ही शक्कर मिल और पुराने रोडवेज बस स्टैंड को कौड़ियों के मोल बेचा जा रहा है। इसके खिलाफ अभियान चलाते हुए जनता को लामबंद कर संघर्ष तेज करने की जरूरत है। उन्होंने कहा इससे पहले पोरसा के बस स्टैंड को बेचा जा चुका है। चंबल के बीहड़ की जमीन को कॉरपोरेट को सौंपने की तैयारी की जा रही है। जंगलों को बेचने की भी तैयारी है।इस समय देश को बचाने की चुनौती है। किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को ऐतिहासिक किसान आंदोलन को 01 वर्ष पूरा हो जाएगा। इस मौके पर देशभर के किसानों के आंदोलनों के साथ मुरैना जिले में भी प्रदर्शन, घेराव ,धरने, सभाऐं आदि कार्यवाहीयां आयोजित की जाएंगी। इसका हम पुरजोर समर्थन करते है। सम्मेलन में माकपा जिला सचिव जयराम सिंह धाकड़ नेवी विचार व्यक्त किए उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि शक्कर मिल को नहीं बेचा जाए। उसे जनहित में चलाया जाए।
सम्मेलन को माकपा के वरिष्ठ नेता जेके पिप्पल, सुमन शर्मा ,अशोक कुमार ,राजेंद्र सिंह, सरदार सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
सम्मेलन में 9 सदस्य तहसील समिति का चुनाव किया गया। जिस के सचिव श्री कृष्ण यादव चुने गए। इसके अलावा जिला सम्मेलन के लिए भी प्रतिनिधियों का चयन हुआ।