भीमसेन सिंह तोमर अम्बाह/थरा । । । बिना किसी प्रेक्टीशनर कोर्स , और अप्रशिक्षित , बाहरी पशु चिकित्सक कर रहे हैं, गांवों में इलाज, मनमानी फीस और पशुपालकों के साथ आंख-मिचौली का खेल चल रहा है। हम आपको बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ साल पहले नमस्ते इंडिया कानपुर की एक डेयरी कंपनी द्वारा गांव गांव में दुग्ध संग्राहक केन्द्र लगाए थे और उन्होंने अपने कंपनी स्तर से पशुओं के गर्भाधान के लिए सीमेन के और नस्ल सुधार के लिए लोगों को रखा था। वह अब यहां अपने निजी स्तर से अंचल में ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं का इलाज और सीमेन रखने लगे हैं। । लेकिन यह अपने स्तर से ग्रामीणों को रसीद तो मुहैया करा देते हैं। लेकिन उसमें अपनी उपाधि, अन्य शैक्षणिक योग्यता संबंधित जानकारी नहीं है। और एक भैंस के सीमेन के नाम पर 200-500तक रू लेकर गारंटी भी ले लेते हैं। गांव के किसान किशन पाल कुशवाह ने इन्हीं डॉ साहब से एक भैंस को सीमेन रखवाया था, कुछ दिन दूसरी भैंस के लिए भी उसी व्यक्ति को बुलाया और दूसरी भैंस को सीमेन रखवाया, तो उन्होंने कहा कि आप जब पहले वाली
भैंस के सीमेन रख कर गए थे। उसकी भी जांच कर लो, लेकिन इन साहब ने जांच तो की नहीं फिर से सीमेन रख दिया, जिसके चलते तीन महीने से गर्भधारण भैंस खराब हो गई। । मेरी दो भैंस है। जिनमें मैंने एक भैंस को एक महीने सीमेन रखवाया था, और दूसरी के लिए मैंने फिर शिवम् साहब को बुलाया तो उनसे कहा कि पहले आप ने जिस भैंस को सीमेन रखा था उसकी भी जांच कर लो, तो उन्होंने जांच किए बगैर, फिर से बीज रख दिया जिसके कारण, पहले से ठहरी भैंस खराब हो गई और फिर दूसरे दिन आए तो बोल रहे थे कि फिर से मैं सीमेन रख दूंगा कोई चिंता की बात नहीं। उनके लिए तो चिंता की बात नहीं है। मेरी तो ठहरी हुई भैंस खराब हो गई। किशन पाल कुशवाह कृषक और पीड़ित। । हमसे तो किसान ने बोला था कि मेरी यह भैंस भी कुछ डाल रही है तो मैंने उसको भी बीज रख दिया। शिवम सिंह सीमेन इंसीबूलेटर । । अगर अप्रशिक्षित और बिना पंजीकृत, बाहरी पशु चिकित्सक जो अवैध रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं का इलाज और सीमेन रख रहे हैं तो मुझे कोई जानकारी उपलब्ध होती हैं तो मैं बिल्कुल इनके खिलाफ कार्यवाही करेंगे और पुलिस में इनके खिलाफ आवेदन भी देंगे। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों को कोई असुविधा न हो,। पी,एस भदौरिया, पशु चिकित्सक प्रभारी अम्बाह।