मुरैना/ कैलारस । भीमसेन सिंह तोमर। विशेष संवाददाता – देश भर की सभी बैंकों में केंद्र सरकार द्वारा बैंकों का निजीकरण किए जाने के विरोध में दो दिवसीय हड़ताल जारी है। इस हड़ताल का आह्वान बैंकों की अखिल भारतीय फेडरेशन द्वारा किया गया है। इस हड़ताल का सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस(सीटू) एवं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के प्रतिनिधियों ने हड़ताली कर्मचारी से मुलाकात कर समर्थन व्यक्त किया है। माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य अशोक तिवारी तथा सीटू के नेता श्री कृष्ण यादव ने बैंक हड़ताल के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा है कि मोदी सरकार बैंक, बीमा, सार्वजनिक क्षेत्र, हवाई अड्डे, बंदरगाह, खदानें, बस स्टैंड, जल, जंगल ,जमीन सभी को बेचने पर आमादा है। देश की जनता इसका पुरजोर विरोध कर रही है। बैंक हड़ताल भी इसी कड़ी में एक कदम है । हम इस आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हैं और सरकार से आग्रह करते हैं कि वह बैंकों के निजीकरण की नीति को वापस ले और बैंकों को सार्वजनिक क्षेत्र में ही बनाए रखा जाए। साथ ही उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार अगर निजीकरण की नीति को वापस नहीं लेगी तो आगामी दिनों में देशभर में जुझारू आंदोलन किए जाएंगे।
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