
थरा में किया गया जांच, परीक्षण , और उचित पशु रख रखाव संबंधित कार्य।
और पशु पालकों को दी गई समझाइश।
थरा/अंबाह । अंचल में फैली पशुओं की जान लेवा बीमारी से ग्रामीणांचलों में संक्रामक बीमारी से ग्रस्त लगभग हजारों दूधारू पशुओं, और मवेशियों की मौत हुई थी। इसी मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला कलेक्टर ने सभी गांवों के लिए दलों का गठन किया था। जिसमें अलग-अलग दिनों में दलों को
ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालन करने वाले किसानों को उनकी मवेशियों को परीक्षण कर बीमारी से बचाव के उचित उपचार करने, की सलाह दी गई। जिसमें किसान पशुपालकों के केसीसी ऋण के लिए भी कुछ किसानों ने आवेदन दिए। इसके बाद गांव में
गाय, भैंस, अन्य मवेशियों का परीक्षण भी किया गया और किसानों को कुछ दवाइयां भी वितरित की गई। ।इस मौके पर पशु-चिकित्सक डॉ पी एस भदौरिया, वी ए एस, राजेंद्र समाधियां,ए व्ही,एफ ओ, सुरेश सोनी बुल अटेंडेंट। उपस्थित रहे।