खबर मालनपुर से
आज मालनपुर थाने के गेट के सामने लोकायुक्त का छापा पड़ा जिसमें लोकायुक्त टीम के अधिकारी प्रदुमन कुमार डीएसपी ,योगेश कुंजारिया की डीएसपी ,तथा टी आई राघवेंद्र ऋषिस्वर ,टीआई कविंद्र सिंह चौहान ,टीआई बृजमोहन नरवरिया टीआई भरत किरार, टीआई अंजली शर्मा ,प्रधान आरक्षक इकबाल खान ,प्रधान आरक्षक हेमंत शर्मा आरक्षक भाग सिंह आरक्षक बिशंबर सिंह भदोरिया ,आरक्षक अंकेश शर्मा ,आरक्षक प्रमोद तोमर ,आदि नितिन चंदेरिया टाइपिस्ट आदि लोकायुक्त की 15 लोगों की टीम के साथ सामूहिक रूप से कार्रवाई की गई जिसमें मनीष पचौरी रंगे हाथ पकड़े गए आशीष शुक्ला वॉइस रिकॉर्डिंग में 20000 रुपए की मांग करते हुए पाए गए परंतु रिश्वत लेते हुए मनीष पचौरी को रंगे हाथों पकड़ कर कार्रवाई की गई जिसमें फरियादी विकास सिंह जाटव पुत्र रामनिवास जाटव उम्र 26 वर्ष निवासी हनुमान चौराहा मालनपुर ने बताया कि मैं जोरा जिला मुरैना में एलडीसी शिक्षा विभाग में पदस्थ हूं मुझे करीबन तीन-चार दिन से थाना मालनपुर में पदस्थ प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी के द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था क्योंकि दिनांक 14 मई 2022 को रात्रि लगभग 10:00 बजे के करीब थाना मालनपुर मैं पंजीबद्ध धारा 307 व धारा 377 मैं फरार आरोपी कमल नागर मेरी घर के बाहर छोटे भाई की गन्ना जूस की दुकान पर आकर बैठ गया उसने बोला कि मेरे दोनों पैर फैक्चर हैं मुझे हरिराम पुरा चौराहे तक छोड़ दो मेरे द्वारा उक्त व्यक्ति को मोटरसाइकिल पर बिठाकर हरिराम की कुईया पर छोड़ दिया उसी दौरान थाना मालनपुर के आरक्षक आशीष शुक्ला व प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी के द्वारा उक्त आरोपी को पकड़ लिया गया उसके बाद दूसरे दिन सुबह मेरे घर पर उक्त दोनों पुलिस वाले आए उन्होंने एक व्यक्ति ने कट्टा निकालकर मेरी कनपटी पर लगा दिया दूसरे ने पिस्टल निकालकर छाती पर अड़ा दी और मुझसे बोले कि तूने आरोपी को शरण दी है तुझे भी सह आरोपी बना देंगे नहीं तो हमें ₹20000 रुपए दे उक्त पुलिस वालों के द्वारा मुझे 3 दिन से काफी प्रताड़ित किया जा रहा था इनके द्वारा मुझसे लगभग ₹10000 की शराब मंगवाई गई जो कि मेरे द्वारा मालनपुर अंग्रेजी शराब के ठेके पर कार्ड के द्वारा पेमेंट करके भुगतान किया गया इसलिए मैंने मजबूरन लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर की शरण ले ली और रिश्वत के लिए लोकायुक्त पुलिस ग्वालियर के द्वारा मुझे केमिकल लगाकर जो पैसे दिए गए थे उनको लेने के लिए प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी को थाने के बाहर भेज दिया गया उसने मेरे से आते ही बोला के आशीष शुक्ला ने भेजा है ₹20000 दे दो जैसे ही पैसे मांगे और मैंने उक्त पुलिस बाले प्रधान आरक्षक मनीष पचौरी को मेरे द्वारा रिश्वत के ₹20000 रुपए नगद दिए गए जिसके उपरांत लोकायुक्त अधिकारियों के द्वारा उपरोक्त प्रधान आरक्षक के विरुद्ध कार्यवाही की है जिसकी मेरे पास मोबाइल में वॉइस रिकॉर्डिंग भी है तथा मेरे द्वारा लोकायुक्त में प्रस्तुत आवेदन मैं उक्त दोनों पुलिसवालों के विरुद्ध आवेदन प्रस्तुत किया गया अब आगे की कार्यवाही लोकायुक्त वालों की है तथा पुलिस अधीक्षक महोदय भिंड की क्या होगी पता नहीं
रिपोर्टर गिर्राज बैसान्दर