मुरैना मई 2022/ प्रदेश स्तर पर आलू उत्पादन रकवा में मुरैना जिला सांतवे स्थान पर है। वर्तमान में आलू का रकवा 4 हजार 05 हेक्टेयर है जिसका कुल उत्पादन 99 हजार 200 मैट्रिक टन है। आलू भंडारण के लिये वर्तमान अवधि तक कुल 19 कोल्ड स्टोरेज 1 लाख 19 हजार 454 मैट्रिक क्षमता के निर्मित हो चुके हैं जिससे आलू भण्डारण की पर्याप्त सुविधा कृषकों को उपलब्ध हो रही है। जिले में वर्ष 2020-21 में 110 क्विंटल आलू की बीज किस्म चिप्सोना-3 प्रमाािणत विभाग द्वारा कृषकों को वितरण किया गया है। मुरैना जिले में 5 हजार से अधिक मधुमक्खी पालक कृषकों के पास 80 हजार मधुमक्खी कॉलौनी है। मधुमक्खी पालक निरंतर खरीफ, रबी एवं जायद में अलग-अलग फसलों (अजवाइन, अरहर, धनिया, सरसों एवं बरसीम इत्यादि) के साथ मधुमक्खी पालन करते हैं जिससे लगभग 32 हजार क्विंटल शहद उत्पादन होता है। इसके विक्रय से लगभग 25 करोड़ रूपये से अधिक अतिरिक्त आय प्रति वर्ष प्राप्त होती है।
श्योपुर जिले में अमरूद की खेती 900 हेक्टेयर में
श्योपुर जिले में अमरूद की खेती का रकवा लगभग 900 हेक्टेयर है अमरूद की किस्म बर्फखान, लखनउ 49 एवं ग्वालियर 27 का प्रचलन बहुतायत में है। जिले से अमरूद का विक्रय कोटा, दिल्ली शहरों आदि में किया जाता है।
भिण्ड जिले में संरक्षित खेती से प्राप्त हो रही है अच्छी आय
भिण्ड जिले में संरक्षित खेती के अंतर्गत भिण्ड जिले में 03 कृषकों द्वारा 8 हजार वर्गमीटर में पॉलीहाउस का निर्माण विभाग की अनुदान सहायता से कराया गया है। वर्तमान में पाली हाउसों में डच गुलाब की खेती कृषकों द्वारा की जा रही है जिससे प्रतिदिन 6 से 7 हजार रूपये की आय प्राप्त की जा रही है। भिण्ड जिले में पहली बार डच रोज की खेती कृषकों द्वारा पाली हाउस में प्रारंभ की गई है।
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