संत कबीर नगर से
राकेश द्विवेदी की रिपोर्ट
वेतन विसंगति को दूर करने की मांग को लेकर आन्दोलित है डाकसेवक
सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सभी डाक सेवक आन्दोलित हो गए। सुबह 10 बजे ही क्षेत्र में कार्यरत सभी डाक सेवक उपडाकघर धनघटा पर एकत्र हो गए सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उपडाकघर कार्यालय में ताला बंद कर दिया। उसके बाद सभी डाकसेवक डाकघर कार्यालय के समक्ष पूरे दिन धरना देते हुए नारेबाजी करते रहे। आन्दोलित डाकसेवक सरकार से उनके वेतन की विसंगति को दूर करने की मांग कर रहे है। विदित हो कि बीते जून मांह में भी वेतन की विसंगति को दूर करने के लिए लगातार 24 दिनों तक सभी डाकसेवकों ने कार्य बहिष्कार करते हुए आन्दोलन किया था। उस वक्त सरकार ने उनकी वेतन की विसंगति को दूर करने का भरोसा देते हुए आन्दोलन को समाप्त करा दिया था। बुधवार को आन्दोलित डाकसेवकों ने बताया कि सरकार ने डाकसेवकों को जून मांह में दिए गये भरोसे को तोड़ दिया इसलिए डाकसेवक दुबारा से आन्दोलन शुरू करने को बाध्य है। आन्दोलित डाकसेवकों ने अपनी मांगों के सम्बन्ध में बताया कि मूल वेतन की 65 प्रतिसत वढ़ोत्तरी यानी पांच गुना वेतन बढ़ाने का आश्वासन देते हुए सरकार में बैठे जिम्मेदारों ने बीते जून मांह में उनके आन्दोलन को समाप्त कराया था जिसे आजतक लागू नहीं किया गया। आन्दोलित डाकसेवकों ने बताया कि मजबूर होकर दुबारा सभी डाकसेवकों ने एकजुटता दिखाते हुए आन्दोलन शुरू किया है और मांग पूरी होने तक उनका आन्दोलन लगातार जारी रहेगा। इस मौके पर वेदप्रकाश चौधरी, प्रेमनरायन, राकेश पाण्डेय, सुब्रत चतुर्वेदी, आदित्य प्रसाद, सुधीर पाल, राजन राय, रामवृक्ष, सुनील कुमार, सेराजुल हक, लल्लन प्रसाद तथा मुद्रिका समेत क्षेत्र में कार्यरत कई अन्य डाकसेवक आन्दोलन में शामिल रहे।