उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में ईवीएम पर राजनीति गरमा गई है। सपा और बसपा गठबंधन के प्रत्याशी अफजाल अंसारी ईवीएम बदलने के प्रयास का आरोप लगाते हुए अपने समर्थकों के साथ जंगीपुर में बनाए गए स्ट्रॉन्गरूम के बाहर सोमवार रात को धरने पर बैठ गए। इस दौरान अफजाल की पुलिस के साथ तीखी नोक-झोंक भी होती रही। इस सीट में भाजपा के वरिष्ठ नेता और रेलमंत्री मनोज सिन्हा और महागठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी में टक्कर बताई जा रही है। गठबंधन उम्मीदवार अफजाल अंसारी ने मंडी में बने स्ट्रांग रूम के सभी प्वाइंट पर निगरानी के लिए अपने लोगों की मौजूदगी की मांग करते हुए बाहरी जनपदों से ईवीएम आने की आशंका जताई। जिलाधिकारी ने 3 लोगों को मंडी परिसर में रहने की बात कही लेकिन अफजाल 9 लोगों पर अड़े रहे।
इसे लेकर देर रात तक हाईवोल्टेड ड्रामा चलता रहा और सैकड़ों समर्थक जुटे रहे।
ऐसे शुरू हुआ हंगामा
खबरों के मुताबिक, जब पड़ोसी राज्य बिहार के सीमावर्ती इलाके में ईवीएम पकड़े जाने की बात सामने आई तब इस खबर के मिलते ही अफजाल समर्थकों के साथ जंगीपुर पहुंच गए।
कौन है अफजाल ?
गैरतलब है कि अफजाल अंसारी, मुख्तार अंसारी के भाई हैं और गाजीपुर से सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी हैं। उनका मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार मनोज सिन्हा से है। इस सीट पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से अजीत प्रताप कुशवाहा, कम्युनिस्ट पार्टी से भानुप्रकाश पांडेय, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से रामजी राजभर, प्रगतिशील समाज पार्टी लोहिया से संतोष यादव, राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी से वेदप्रकाश और भाकपा माले से ईश्वरी कुशवाहा सहित 13 प्रत्याशी मैदान में हैं।