न्यूज डेस्क भिण्ड✍
भिण्ड। पुलिस ने रात के वक्त सड़कों पर घूमने वाले आवारा जानवरों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं का एक दिलचस्प हल ढूंढ निकाला हैं ’रेडियम बेल्ट’। इन रिफ्लैक्टर्स बेल्ट का इस्तेमाल लंबे समय से वाहनों में दुर्घटना से बचाव के लिए किया जाता रहा है। लेकिन पुलिस ने इनका एक नया ही उपयोग ढू्ंढ निकाला है।
उन्होंने आवारा पशुओं के सींगों पर रेडियम बेल्ट लगाना शुरू किया है, इस उम्मीद में कि यह गाड़ी चलाने वालों को अंधेरे में घूमते इन जानवरों से टकराने से बचने के लिए पर्याप्त समय दे देगा। इसी तारतम्य में यातायात प्रभारी नीरज शर्मा द्वारा गायों के गलों में यह रिफ्लैक्टर्स बेल्ट लगाए गए हैं। पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस के निर्देशन में यातायात प्रभारी नीरज शर्मा ने अपनी टीम के साथ 18 बेल्ट एमजेएस कॉलेज, मेला ग्राउण्ड, सर्किट हाउस के सामने आदि जगहों पर सड़क पर बैठने वाली गायो कें सींगों पर रेडियम बेल्ट लगाये और कई स्थानों को चिन्हित कर वेरीगेट्स रखवाए, जिससे हर रोज सड़क हादसे में अकाल मृत्यु हो रही गायों को व इनसे टकराने वाले वाहनों को बचाया जा सके। यातायात प्रभारी नीरज शर्मा ने बताया कि एक ही जगह पर बैठे रहने वाले और भटकते रहने वाले जानवरों के चलते बहुत सी दुर्घटनाएं हो रही हैं। गौरतलब है कि लोग आवारा पशुओं के चलते कई दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। इसी के चलते पुलिस द्वारा गायों के सींगों पर रेडियम के स्टीकर लगवाए गए है। इसी प्रकार बीते दिवस भी ऐसे स्थान को चिन्हित कर 12 रेडियम बेल्ट लगाए गए थे, जिससे सड़क दुर्घटनाओं के मामलों में कमी आ सकेI