नरसिंहपुर जिले की पावन ग्राम पंचायत बरमान कला में आज पूर्णिमा होने की वजह से एवं कल पंचकोसी परिक्रमा होने के कारण स्नान हेतु हजारों की संख्या में श्रद्धालु माताएं बहने युवा बुजुर्ग बच्चे गाड़ियों से एवं सैकड़ों किलोमीटर दूर सागर दमोह क्षेत्र से पैदल भी आ रहे हैं कुछ महिलाएं पुरुष अपनी मन्नत पूरी करवाने के लिए लेट कर सरे भरते हुए भी नर्मदा तट तक पहुंच रहे हैं मगर ग्राम पंचायत बरमान के जनप्रतिनिधि एवं जिला पंचायत प्रतिनिधि एवं स्थानीय प्रशासन पर्याप्त सुविधाएं नहीं दे पा रहे हैं ना तो मुख्य मार्गो पर शौचालय या प्रसाधन की व्यवस्था है ना ही नर्मदा के तटों पर महिलाओं को कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम हैं वही दूसरी और हजारों श्रद्धालुओं के बीच मैं नर्मदा तट पर एक मात्र सुलभ कांपलेक्स है जो कि पर्याप्त नहीं है आए हुए श्रद्धालु लोग टीचर एवं गंदगी के बीच में भोजन बनाने एवं भोजन करने के लिए मजबूर हैं ग्राम पंचायत बरमान कला के द्वारा नर्मदा तट पर आज दुकानदारों से तेल शैंपू साबुन एवं पॉलिथीन जरूर कड़ाई से प्रतिबंधित किए गए हैं एवं लोगों को पॉलिथीन की जगह कागज के एवं कपड़े के बैग उपयोग करने की सलाह भी दी गई जो कि पर्यावरण के हित में एक सराहनीय कदम है महिलाओं को खुले में कपड़े बदलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है एवं शर्मसार होना पड़ता है एवं मध्य प्रदेश शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जहां एक और पूर्णतया खुले से शौच मुक्त करने की बात करता है वहीं दूसरी ओर हजारों लोगों को नर्मदा के तटों पर खुले में ही सोच एवं प्रसाधन के लिए मजबूर होना पड़ता है
बाइट – स्थानीय ग्रामीण
बाइक – बाहर से आए श्रद्धालु
बाइट – सचिव ग्राम पंचायत बरमान
नरसिंहपुर से मनीष कहार की रिपोर्ट