गृहमंत्री अमित शाह ने न्यूज एजेंसी एएनआई से महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी भी राज्य में इतना समया नहीं दिया गया था. महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए 18 दिन दिए गए थे. राज्यपाल ने विधानसभा कार्यकाल समाप्त होने के बाद ही पार्टियों को आमंत्रित किया. सरकार बनाने को लेकर ना तो हमने दावा किया, ना शिवसेना और ना ही कांग्रेस और एनसीपी ने. अगर आज भी किसी पार्टी के पास संख्या है तो वह राज्यपाल से संपर्क कर सकती है. हमें शिवसेना की शर्तें मंजूर नहीं हैं.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि महाराष्ट्र में जो हो रहा है उसको लेकर देश में चिंता है. महाराष्ट्र में ऐसा पहली बार हुआ है. हम शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़े थे और सरकार बनाने की स्थिति में थे, लेकिन जो हुआ वो सब जानते हैं.
संबित पात्रा ने कहा कि उलझन को सुलझन के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है. राष्ट्रपति शासन को लेकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वो कोई केस नहीं करेंगे, लेकिन चर्चा थी कि शिवसेना केस करने वाली है. यही उलझन और सुलझन के बीच की स्थिति है. संबित पात्रा ने शिवसेना नेता संजय राउत को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि 14 बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करके 175 विधायक पास होने का दावा किया जा रहा था. उन्होंने कहा कि संजय राउत ने कहा था कि जिस दिन राज्यपाल बुलाएंगे, उस दिन हम सरकार बना लेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वहीं, बिहार को लेकर संबित पात्रा ने कहा कि हम दूसरे राज्यों में अलग-अलग चुनाव लड़े हैं, लेकिन बिहार में हम जेडीयू के साथ चुनाव लड़ेंगे. इस चुनाव की अगुवाई बिहार के सीएम नीतीश कुमार ही करेंगे, ये ऐलान पहले हो चुका है.