
दतिया। 14 नवंबर पंडित नेहरू गांधी की जयंती के अवसर पर जिला स्तर पर अधिकारियों द्वारा एरिया बाय एरिया ग्रामीण क्षेत्रों में निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अधिकारी द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी व्यवस्थाएं जांची एवं देखी गई। इसके तहत अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्कूल, पीडीएस की दुकान एवं आंगनवाड़ी केंद्रों को चेक किया तथा बच्चों की उपस्थिति एवं बच्चों को देने वाला भोजन की पौष्टिकता एवं गुणवत्ता को जांचने के लिए भोजन किया।
निर्देश के अनुसार अधिकारियों ने पीडीएस की दुकानों पर पहुंचते हुए निरीक्षण किया। जिसमें कई जगह पर पीडीएस की दुकान संचालित पाई गई तो कई जगह बंद मिली। स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र संचालित पाए गए। गौरतलब है कि दतिया जिले के संवेदनशील कलेक्टर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की शिक्षा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था पर सुधार हेतू जोर दिया गया है। जिसके तहत कलेक्टर द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में निरीक्षण के लिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए टीमों का गठन किया गया है। आदेश के अनुसार अधिकारी एरिया बाय एरिया क्षेत्र में इन सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे।
व्यवस्थाये संचालित एवं कमियां पाए जाने पर कलेक्टर को रिपोर्ट करेंगे ओर कमियां मिलने पर सम्बंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। जानकारी गुरुवार के दिन पिछड़ा वर्ग सहायक संचालक सफलता दुबे द्वारा जिगना के उद्गुवा, डांग करेरा,चोपरा,पलोथर के ग्रामीण क्षेत्र में निरीक्षण किया गया, जहां उन्होंने पहुंचकर पीडीएस की दुकान, स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचकर जायजा लिया।
यहां पर उन्हें डांग करेरा, चोपरा, पलोथर में स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र संचालित मिले। सफलता दुबे ने स्वयं भोजन की क्वालिटी को चेक करते हुए भोजन किया। वही पलोथर में पीडीएस की दुकान बंद मिली। जिस पर उन्होंने जानकारी कि तो पता चला कि संचालक द्वारा खाद का वितरण किया जा रहा है।
वही आदिम जाति कल्याण विभाग जिला संयोजक हीरेंद्र कुशवाह द्वारा सेरसा, खेरी, इकारा के ग्रामीण क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया और आंगनवाड़ी केंद, पीडीएस की दुकान, स्कूल का निरीक्षण किया। जिसमें स्कूल एवं आंगनवाड़ी केंद्र संचालित पाए गए वही निरीक्षण करने पर इकारा में पीडीएस की दुकान बंद पाई गई। जिसका प्रतिवेदन अधिकारी द्वारा बनाया कर सम्बंधित विभाग को भेजा जाएगा। इसी प्रकार जिले के कार्यालय प्रमुख द्वारा एरिया बाय एरिया ग्रामीण क्षेत्रों का निरीक्षण किया जाना है। कलेक्टर के इस इस आदेश से निश्चित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा एवं स्वास्थ्य में व्यवस्थाएं सुदृण होती हुई दिखाई दे सकती हैं।