
इटारसी। – वर्ष 2008 में पुरानी इटारसी के कुलदीप उर्फ दीपू महालहा का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड के फरार दो आरोपितों को इटारसी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों में एक फरारी में ही सरपंच बन गया। वहीं दूसरे आरोपित को कोर्ट से वारंट मिलने के बाद इटारसी पुलिस लेकर आएगी।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में आरोपित परमसुख पिता मिरचाई वंशकार धानुक निवासी टोला भिंड, राजकुमार उर्फ राजू पिता मुन्न्ालाल भारद्वाज सरपंच ग्राम टोला, विनय पुत्र रामबिहारी, शैलेंद्र, नरेश और नरेंद्र पिता पीएन भारद्वाज निवासी दतिया थे। जिसमें शैलेंद्र और नरेंद्र को पुलिस ने वर्ष 2008 में गिरफ्तार कर लिया था और इन पर केस भी चला।
लेकिन सबूतों के अभाव में शैलेंद्र और नरेश बरी हो गए थे। बाकी पुलिस के रिकार्ड में फरार थे। जिसमें से राजकुमार पुलिस गिरफ्त में है और परमसुख भी एक दो दिन में पुलिस के हाथ आ जाएगा।
क्या है मामला
वर्ष 2008 में इटारसी में पुरानी इटारसी निवासी कुलदीप महालहा का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाले उसके परिचित ही निकले थे। वे पहले इटारसी में रहते थे और यहां वापस आकर दोस्ती के जाल में फंसाकर अपहरण कर कुलदीप को ग्वालियर ले जा रहे थे। उसे बेहोशी का इंजेक्शन लगाया था, जब उसे होश आया तो गोली मार दी।
इस वारदात में शैलेंद्र भारद्वाज, नरेश भारद्वाज, नरेंद्र भारद्वाज पुत्र पीएन भारद्वाज निवासी दतिया, विनय पुत्र रामबिहारी तथा राजकुमार उर्फ राजू पुत्र मुन्नालाल भारद्वाज निवासी टोला, परमसुख भी शामिल थे। परमसुख के अनुसार शैलेंद्र ने ही दीपू को फोन कर बुलाया था। उसके बाद उसे बेहोशी का इंजेक्शन देकर रातभर गाड़ी में घुमाया। साथ ही उससे 50 हजार रुपए, सोने की चेन व अंगूठी लूट लिए। जब सुबह चार बजे उसे होश आने लगा तो बीना के पास जंगल में गोली मारकर हत्या कर दी, फिर उसकी लाश खाई में फेंक दी।
रावतपुरा पुलिस का ये है दावा
इधर, भिंड के रावतपुरा सरकार थाना प्रभारी सुधाकर तोमर ने बताया कि मंगलवार की सुबह सोनमृगा नदी पुल से गुजर रहे थे, तभी एक युवक उन्हें देखकर भागने लगा। इस पर उसे पकड़कर तलाशी ली तो उसके कब्जे से 12 बोर का कट्टा व एक जिंदा राउंड मिला।
पकड़े गए युवक ने अपना नाम परमसुख पुत्र मिरचाई वंशकार निवासी टोला बताया। पुलिस ने उसके विरुद्ध आर्म्स एक्ट का केस दर्ज किया। इसके बाद पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वर्ष 2008 में इटारसी थाना क्षेत्र से कुलदीप का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी। साथ ही उसके साथ टोला सरपंच राजकुमार उर्फ राजू पुत्र मुन्नाालाल भारद्वाज निवासी टोला भी फरारी काट रहा है।
सरपंच को पकड़ने पर हुआ विरोध
सूचना मिलने पर सरपंच राजकुमार की घेराबंदी की, वहां विरोध भी हुआ। लेकिन उसे हम पकड़ लाए। परमसुख का ट्रांजिट रिमांड हमने मांगा है, वह भी जल्दी ही आ जाएगा।
– आरएस चौहान, टीआई, इटारसी