
हिंसा से कोई रास्ता निकल नहीं सकता – अज़मत
दतिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का 150 वां और विनोबा भावे का 125 वां जयंती वर्ष है | इस मौके पर राष्ट्रीय युवा संगठन, खुदाई ख़िदमतगार, लोक समिति एवं सर्वोदय मण्डल द्वारा संयुक्त रूप से प्रदेश व्यापी शांति, सद्भावना यात्रा की जा रही है | इस यात्रा का शुभारंभ 11 सितंबर को प्रदेश के अनुपपुर से हुआ है जो कि 2 अक्तूबर 2020 को भोपाल पहुँचकर पूर्ण होगी |
यह यात्रा दतिया पहुँची जहाँ स्वदेश ग्रामोत्थान समिति दतिया के नेतृत्व में स्थानीय जन संगठनों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। स्वागत उपरांत शहर के प्रमुख गलियों से यात्रा गुज़री पे
पम्पलेट व पर्चे बाटें व राष्ट्रीय एकता, शांति एवं सद्भावना का समुदाय को संदेश दिया गया | यात्रा के संयोजक भूपेंद्र त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि इस यात्रा में विशेष रूप से राज्य युवा संगठन के प्रदेश संयोजक अज़मत भाई, सुल्तान मुंबई, देवेंद्र मार्कों अनुपपूर, महेश अजनबी पन्ना, राजा उमरिया शामिल हैं|
*एक है धरती, एक हैं लोग यात्रा* का मुख्य संदेश है “एक है धरती, एक हैं लोग” उद्देश्य के बारे यात्रा संयोजक अजमत बताते हैं कि देश मे जाति धर्म के नाम पर आपसी फूट, हिंसा और संकीर्ण सोच बढ़ रही है | ऐसे में हमे गांधी, विनोबा, जयप्रकाश के विश्व शांति , सर्वधर्म समभाव और मैत्री के विचार को अपनाने की आवश्यकता है। कश्मीर से कन्याकुमारी सारी धरती एक हमारी जैसे नारे कि सार्थकता तभी होगी जब सरकारों कि चिंता सिर्फ धरती या जमीन का टुकड़ा मात्र न होकर उस पर रहने वाले सभी धर्म जाति के नागरिकों के हितों कि रक्षा करना भी होगा। सामाजिक कार्यकर्ता सुल्तान भाई के अनुसार यह यात्रा किसी के खिलाफ नहीं है बल्कि गांधी विचार प्रसार और सभी धर्मों के मूल मंत्र अहिंसा, प्रेम , दया करुणा, शांति, आपसी भाई चारा तथा संविधान की प्रस्तावना मे लिखे मूल्यों के समर्थन में है।
गांधीवादी महेश अजनबी ने कहा कि हम अब जिस तरह से अपना जीवन जी रहे, वह कहाँ जा रहा है, हमारा लक्ष्य क्या है हम अपने देश को कहाँ ले कर जा रहे हैं यह सोचने की बात है। हम गांधी की पूजा नहीं करते गांधी विचार को समझते हैं, मानते हैं और आगे लगातार जाँचते भी रहते हैं। गांधी ही अभी तक ऐसा विचार मिला है जो ऐसी लड़ाई लड़ना सिखाते है कि हारने वाला भी अपमानित न हो।
उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्वदेश ग्रामोत्थान समिति संचालक व सदस्य एमएचआरसी समन्वय दल रामजीशरण राय, डीसीआरएफ के अशोककुमार शाक्य, सरदार सिंह गुर्जर, आस नेटवर्क के बलवीर पाँचाल, नीतू राय, दीक्षा लिटौरिया, युवा मंडल के पीयूष राय, अभय दांगी, आयुष राय, अंकुश दांगी, उदय दांगी व सरल तलरेजा आदि साथी शामिल रहे। एक है धरती, एक हैं लोग शान्ति सद्भावना यात्रा के यात्रियों को धन्यवाद देते हुए रामजीशरण राय ने गांधी जी व भावे जी के राष्ट्रीय योगदान की सराहना करते हुए सभी से उनके बताए मार्ग का अनुसरण करने की अपील की। उक्त जानकारी अशोककुमार शाक्य ने दी।