
गोहद अतिक्रमण में कुछ लोगों के घरों को फोड़ दिया गया है इस विषय के संबंध में पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य ने आज गोहद में प्रेसवार्ता आयोजित की श्री आर्य ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि हम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं परंतु जिस तरह से प्रशासन ने गरीबों को बेघर कर दिया है वह सरासर गलत है जिसमें कीरतपुरा में प्रशासन के द्वारा 16 से 17 मकानों को बुलडोजर जेसीबी के माध्यम से फुड़वा दिया है उनमें से एक ऐसे व्यक्ति का भी घर है जिसका एक्सीडेंट कुछ समय पूर्व मालनपुर में हो गया था जिसको डॉक्टर द्वारा बेड रेस्ट करने को कहा गया था परंतु प्रशासन ने उसके सिर से छत ही छीन ली तो वह आराम कन्हा करेगा और आज वह मरीज खुले में पड़ा हुआ है जिसका नाम रोहित पुत्र रामलखन जी बताया गया है वही एक व्यक्ति ऐसा भी है जो इतना गरीब है कि उसके घर का टूटना देखकर वह गरीब मानसिक रोगी (सन्नपात) के मरीज जैसा हो गया है वहीं श्री आर्य ने कांग्रेस नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रशासन ने कांग्रेस नेताओं के कहने पर कई घरों की तरफ नजर भी नहीं डाली जबकि बे घर सरासर गलत है और वह भूमाफिया की श्रेणी में भी आते हैं जिनको कांग्रेसी नेता संरक्षण दे रहे हैं यह प्रशासन की दौराह वाली भूमिका निभाना गलत है वही श्री आर्य ने बताया कि कीरतपुरा गांव में एक घर में रीना पुत्री राजकुमार के साथ पुलिस प्रशासन ने भी अभद्रता के साथ बात की है क्या प्रशासन को यह शोभा देता है पूर्व मंत्री लाल सिंह आर्य ने बताया कि प्रशासन कोर्ट की आड़ में गरीबों के साथ गलत व्यवहार कर रहा है अगर इस पर रोक नहीं लगी तो भारतीय जनता पार्टी आंदोलन करेगी इसलिए हम शासन प्रशासन से आग्रह करते हैं कि जिनके मकान तोड़े गए हैं जल्द ही उनके खाने-पीने की ओर रहने की व्यवस्था की जाए