एड्स के प्रति स्वयं जागरूक रहकर समुदाय को जागरूक करें – अंकिता शांडिल्य
स्कूली बच्चों को एड्स बचाव के प्रति जागरूक करें – पुष्पा गुगौरिया
दतिया @RBNewsindia.com>>>>>>>>> अंतर्राष्ट्रीय एड्स दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला दतिया अध्यक्ष श्रीमती सुनीता यादव जिला एवं सत्र न्यायाधीश व श्री दिनेश खटीक सचिव, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के निर्देशन में स्वदेश ग्रामोत्थान समिति, जिला बाल अधिकार मंच, मातृत्व स्वास्थ्य हकदारी अभियान के संयुक्त तत्वावधान में एड्स जागरूकता ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया।
आयोजित एड्स जागरूकता ऑनलाइन वेबीनार में मुख्य अतिथि के रुप में सुश्री अंकिता शांडिल्य जिला विधिक सहायता अधिकारी दतिया उपस्थित रही। कार्यक्रम में अध्यक्षता अभियान सदस्य श्रीमती उमा नौगरैया व डॉ. बबीता विजपुरिया ने संयुक्त रूप से की।
सुश्री अंकिता शांडिल्य द्वारा वेबीनार में सम्मिलित प्रतिभागी सदस्यों को एड्स के प्रति स्वयं जागरूक रहने साथ ही लोगों को भी जागरूक करने का आह्वान किया। उनके द्वारा अपील की गई कि युवाओं में बढ़ती ड्रग्स एडिक्शन की लत को रोकने के लिए हमें युवाओं के साथ प्रभावी संवाद करना चाहिए ताकि वे इस तरह की लत से होने वाले दुष्परिणामों से समय रहते अपने जीवन को बचा सके।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए स्वदेश ग्रामोत्थान समिति के संचालक व पीएलव्ही रामजीशरण राय द्वारा सभी से आह्वान किया कि हम सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए सामुदायिक चेतना के प्रयास को ज्यादा प्रभावी बना सकते हैं। अतः है हम सबको प्रतिदिन कम से कम एक संदेश सोशल मीडिया के माध्यम से जरूर प्रसारित करना चाहिए। उन्होंने सामुदायिक मुद्दों पर जागरूकता लाने के प्रयासों में सहभागी बनने की अपील की।
वेबीनार में शिक्षाविद, डीसीआरएफ़ सदस्य श्रीमती पुष्पा गुगोरिया द्वारा बताया कक्षा 9 से 12 तक के बच्चों के साथ उनके विद्यालयों में जाकर हमें दल के रूप में उन्मुखीकरण करना चाहिए। डॉ. बबीता विजपुरिया द्वारा सामाजिक जागरूकता के लिए हमें निरंतर प्रयास करने की आवश्यकता बताई। साहित्यकार वीरेंद्र शर्मा द्वारा कहा गया कि हम अपने स्तर पर समुदाय में संवेदनशीलता लाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहें।
एडवोकेट कृपालसिंह बुंदेला द्वारा एचआईवी व एड्स के अंतर को स्पष्ट करते हुए एड्स होने के माध्यम बताएं जिसमें पीड़ित व्यक्ति के साथ यौन संपर्क में आने, संक्रमित रक्त चढ़ाने, संक्रमित सुई का उपयोग करने व संक्रमित माँ से उसके जन्मी संतान को होने का खतरा रहता है। इसी क्रम में श्रीमती उमा नौगरिया, श्रीमती प्रतिभा बुन्देला द्वारा बताया गया कि समाज में फैली बुराई को दूर करने के लिए हमें आवश्यक प्रयास उठाने की महती आवश्यकता है।
अभियान सदस्य अखिलेश गुप्ता शिक्षाविद, मातृत्व स्वास्थ्य हकदारी अभियान के सदस्य सरदारसिंह गुर्जर, शैलेन्द्र सविता पीएलव्ही ने बताया कि यह छूने से या साथ रहने से नहीं फैलता अभियान सदस्य अशोककुमार शाक्य, बलवीर पांचाल,आयुष राय, अरमान सिंह यादव, अभय सिंह दाँगी, रवि बघेल, पत्रकार सुबोध शर्मा आदि सदस्यों द्वारा विषय आधारित परस्पर संवाद किया गया।
प्रतिभागियों द्वारा किए गए प्रश्नों का समाधान सुश्री अंकिता शांडिल्य, रामजीशरण राय व अन्य वरिष्ठ साथियों द्वारा करते हुए आवश्यक जानकारी दी गई। सभी प्रतिभागियों का आभार अशोककुमार शाक्य ने व्यक्त करते हुए आगामी समय मे भी अभियान सहयोगी रहने की अपील की। उक्त जानकारी अभियान सदस्य पीयूष राय ने दी।